जो बुराई करते हैं

जो बुराई करते हैं वो....
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बुराई वही करते हैं
जो कुछ नहीं करते।

यदि कुछ करते हैं तो
बराबरी नहीं करते।

दूसरों की तरक्की से
स्वयं को जला देते हैं।

पूरा समय दे देते हैं
दूसरों की बुराई में ही।

अगर तरक्की की राह
स्वयं चलने लगते वह।

यूं जाति - धर्म के नाम
सरेराह आग न लगाते।

सच्चा इंसान वो होता है
जो सच के साथ होता है।

प्रभु राम के साथ भी तो
रीछ,वानर ,भालू सब थे।

इक्ष्वाकु वंश के होकर भी
शबरी के झूठे बेर खाये।

भक्त वत्सल श्रीकृष्ण ने
भी तो बहुतों को हैं तारे।

क्षुद्र शकुनि के झूठी बातों
ने महाभारत युद्ध करवाये।

बुराई संसार की नाशक है
इस बला से ईश्वर बचाये।

दूसरों का खाना देखके
वह पेट नहीं सहलाते।

काश ! इन्हें समझ आये
इनकी आदत सुधर जाये।
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राम बहादुर राय
भरौली,नरहीं,बलिया,उत्तरप्रदेश

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