हम तो दिल साफ रखते हैं

हम तो दिल साफ रखते हैं
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भरमार है ऐसे लोगों की
जो जुबां पे शहद रखते हैं।

बात बहुत अच्छे करते हैं
लेकिन साथ जहर रखते हैं।

कोरोना से तो बच सकते हैं
उससे आगे असर रखते हैं।

हम जैसों की हस्ती क्या है
इनकी नजर में  खटकते हैं।

जहां मिलेंगे जन्नत लगता है
पर वैसे कदापि नहीं होते हैं।

ईश्वर ही बचाये ऐसे लोगों से
जो पीठ पीछे बुराई करते हैं।

बातों के तो शाहंशाह होते हैं
किसी काम  के नहीं  होते हैं।

इनके जैसे के साथ रहने से 
अकेला रहें अच्छा मानते हैं।

दिखावे में  क्या रखा  साहब
हम तो  दिल  साफ रखते हैं।
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     --------@राम बहादुर राय-------
भरौली नरहीं बलिया उत्तरप्रदेश

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