इतिहास यूं ही नहीं बनता

इतिहास यूं ही नहीं बनता
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इतिहास बनाने के लिए
इतिहास में जाना पड़ता है
पीला मतलब सोना नहीं है
सोना को तपना पड़ता है
हवा के विरुद्ध चल सके
हिम्मत जुटाना पड़ता है
अगर अर्जुन बनना है तो
अपनों से लड़ना पड़ता है
अगर नाम कुछ करना है
कांटों से जूझना पड़ता है
यूं ही भगत सिंह नहीं होते
फांसी पर चढ़ना पड़ता है
दीवारों में सुराख नहीं होती
हथौड़ा से मारना पड़ता है
कब तक सूरज ढंका रहेगा
सुबह अवश्य ही उगता है
जो हाथ बढ़ते मर्यादा पर
तो उसे उखाड़ना पड़ता है
दिल में अगर इमान है तो
चिर बचाने कृष्ण को आना.......
तेरी विजय होकर ही रहेगी
कृष्ण के साथ होना पड़ता है
.... . ..........
रचना स्वरचित और मौलिक
सर्वाधिकार सुरक्षित।।
@राम बहादुर राय
भरौली,बलिया,उत्तर प्रदेश

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