हे राम प्रतिक्षा है आपकी
हे राम प्रतीक्षा है आपकी!!!
----------------------------------
हुई जीत सत्य सनातन की
पुष्पित हुई यह पावन धरा।
हटी है कालिमा म्लेच्छों की
वर्षों से श्री राम का आसरा।
अयोध्या नगरी श्री राम की
दुष्ट दानवों में सन्नाटा पसरा।
जल रही थी आग पाप की
नहीं रहेगी यह धरती बेसरा।
यह सप्त सैंधव है उदधि की
शाश्वत है अभिसिंचित धरा।
जीत हुई विश्वास जगत की
धर्म सनातन पताका फहरा।
यह भारत भूमि श्री राम की
राममय हुआ यह जग सारा।
ऋषि-मुनि के और संतों की
विश्वगुरू की यह शांति धरा।
हे श्रीराम प्रतीक्षा है आपकी
प्रतिपल आपका ही आसरा।
--------------
रचना स्वरचित और मौलिक
@सर्वाधिकार सुरक्षित। ।
राम बहादुर राय
भरौली,बलिया,उत्तर प्रदेश
Comments
Post a Comment