निर्मोहिया अइबे ना कइल

निर्मोहिया ना आइल!!!
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असरा में मन अंझुराइल , निर्मोहिया ना आइल
जोहत अंखिया पथराइल,निर्मोहिया ना आइल

मनवा के ललसा मनवे में मुरझात बा।
मनवा के बतिया मनवे में रहि जात बा

देहिंया हमार पियराइल, निर्मोहिया ना आइल
सरधा हमार ना पुराइल, निर्मोहिया ना आइल

 अब हमरो उमिरिया ढ़रकल जात बा
                      पुरकस  शरीरिया  लरकल  जात बा।

सरधा हमार ना पुराइल,निर्मोहिया ना आइल 
देहिंया हमार पियराइल,निर्मोहिया ना आइल

                      हमरो  जिनिगिया  बहकल जात बा।
                      असरा  के फुलवारी सूखल जात बा

याद में बानी सुखाइल ,निर्मोहिया ना आइल
मन हमार अकुलाइल ,निर्मोहिया ना आइल 
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रचना स्वरचित,मौलिक 
राम बहादुर राय 
भरौली,बलिया,उत्तर प्रदेश 
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