सांच बोलला पर झूठ मानल जाता

सांचो बोलबऽ त झूठ मानल जाता
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एहघरी के कुछ अलगे कहानी बाटे
कुछू नइखे,कहे भरल चुहानी बाटे।

केहू के आसमान पर रखले बाड़न
केहू के जानिये के चिन्हत नइखन।

जगहे-जगह त शहर बस रहल बाटे
अन्न कइसे मिली ई के सोचत बाटे।

जे तनिसे टुकटुकाइल शहर गइल
जेके अलम नइखे उहे खेती कइल।

एहघरी के एगो अलगे कहानी बाटे
गहिरा लउकेला,छिछिल पानी बाटे।

पनही पहिर भइल चतुर चाल्हांक
खेती करे उनकर के बाटे रखवार।

जे कुछवू नइखे उहे सब कुछ बाटे
जे मालिक रहल ,गइल घास काटे।

सांचो बोलबऽ त झूठ मानल जाता
दिन के रात कहऽ उहे पूजल जाता।

नीमन के बाउर बनावल जात बाटे
अब कइसे बचबऽ सांप संगवे बाटे।
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रचना स्वरचित,मौलिक
@सर्वाधिकार सुरक्षित
राम बहादुर राय
बलिया ,उत्तर प्रदेश
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