निज गौरव अभिमान हिन्दी,देश का श्रृंगार है हिन्दी

निज गौरव अभिमान हिन्दी,देश का श्रृंगार है हिन्दी
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देश की खांटी माटी हिन्दी ,भारत मां की बिंदी हिन्दी
हमारे लिए अभिमान हिन्दी,युद्ध हेतु प्रयाण है हिन्दी !

सबको को आती है हिन्दी,हमारे देश की थाती हिन्दी
यहां तो कण-कण में है हिन्दी,सबकी जुबान पे हिन्दी!

हमारी राजभाषा है हिन्दी,राष्ट्र गान व गीत भी हिन्दी
क्यूं नहीं राष्ट्रभाषा है हिन्दी, चारों तरफ हिन्दी-हिन्दी!

न्यायालय की भाषा अंग्रेजी,वैकल्पिक क्यों है हिन्दी
क्या हिन्दी सम्मान नहीं,राष्ट्र भाषा क्यों नहीं है हिन्दी!

निज गौरव अभिमान हिन्दी , देश का श्रृंगार है हिन्दी
एक अमिट आवाज हिन्दी,आओ शान से बोलें हिन्दी!

जवानों की प्राण हिन्दी, हम सबकी आवाज़ है हिन्दी
भाषाओं की ताज़ है हिन्दी,संस्कृति व संस्कार हिन्दी!

एकता की पहचान है हिन्दी,ईश्वर का वरदान है हिन्दी
हिन्दुस्तानी की शान हिन्दी,मर्यादा की पर्याय है हिन्दी!
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राम बहादुर राय
भरौली,बलिया,उत्तर प्रदेश

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