अबो ले सुनि लऽ ए माई,हमरी अरजिया हो
अबो ले सुनि लऽ ए माई,हमरी अरजिया हो
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अबो ले सुनि लऽ ए माई ,हमरी अरजिया हो
केनियो अंजोर नइखे, देहियों में जोर नइखे
केहू पूछत नइखे, लउकता सगरे अन्हार हो!
दर-दर भटकीं ए माई ,रहिया में अटकीं हो
कुछवू बुझाते नइखे, दुखवा ओराते नइखे
एके भरोसा, लागल बा आसरा तोहार हो!
तोहके गोहराईं ए माई , सुनीं अरजिया हो
गंगाजी नहइले बानी, कुछू ना खइले बानी
अबो से आवऽ ए माई, कई दऽ उद्धार हो!
बहुते बुझाला हमके, कइल नजरंदाज हो
मनवो त टूटी गइल ,आसा भी छूटी गइल
निपट गंवारो हंई , करऽ तूंही उजियार हो!
बिन आसीस तोहरे,हम रह नाहीं पाइब हो
अब केकर भरोसा करीं तोहरे सरन में रहीं
अबो बचावऽ ए माई ,हंई भक्त बरियार हो!
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राम बहादुर राय
भरौली,बलिया,उत्तर प्रदेश
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